बाबा सिद्दीकी की हत्या, बॉलीवुड में नए माफिया की धमक और डी गैंग के साम्राज्य को ललकार
शनिवार रात बांद्रा, खेरवाडी में दिन दहाड़े राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के नेता, तीन बार के विधायक और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई
श्रीश उपाध्याय/मुंबई: शनिवार रात बांद्रा, खेरवाडी में दिन दहाड़े राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) के नेता, तीन बार के विधायक और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई. रिक्शे में बैठ कर तीन हमलावर स्थानीय विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय पहुंचे. जीशान के पिता बाबा सिद्दीकी पर पांच राउंड गोलियां दागी जिसमें से दो गोली बाबा के पेट में और एक गोली उनके सीने मे लगी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दो हमलावरों गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप को मौका-ए- वारदात पर ही पकड़ लिया गया जबकि एक अन्य हमलावर शिवकुमार भागने मे सफल हो गया.
बाबा को इलाज के लिए लीलावती अस्पताल ले जाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गयी थी. हमलावरों ने वारदातको अंजाम देने के लिए 9.9 एमएम की विदेशी पिस्तौल का उपयोग किया था.वारदात के 14 घंटे बाद लॉरेंस बिश्नोई के एक साथी ने सोशल मीडिया साइट पर हत्या की जवाबदारी ली और लिखा-” सलमान खान हम ये जंग चाहते नहीं थे पर तुमने हमारे भाई का नुकसान करवाया . आज जो बाबा सिद्दीकी के शराफत के पुल्ल बंद रहे हैं वो एक टाइम मे दाऊद के साथ मकोका एक्ट में था. इसके मरने का कारण अनुज थापन और दाऊद को बॉलीवुड, राजनीति, प्रॉपर्टी डीलिंग से जोड़ना था. हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, पर जो भी सलमान खान और दाऊद को हेल्प करेगा अपना हिसाब किताब लगा के रखना. हमारे किसी भी भाई को कोई भी मरवाएगा तो हम प्रतिक्रिया जरूर देंगे. हमने पहले वार कभी नहीं किया. जय श्री राम, जय भारत. “इस संदेश के मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने इस संदेश की सत्यता जांचने की बात कही.फ़िलहाल इस संदेश से एक बात तो एकदम साफ है कि लॉरेंस बिश्नोई ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम कासकर को सीधे सीधे चुनौती दी है. संदेश मे जय श्री राम लिखकर खुद को कट्टर हिन्दू साबित करने की कोशिश भी की है.
लॉरेंस बिश्नोई ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम कासकर को सीधे सीधे चुनौती दी
जानकारों के अनुसार बॉलीवुड के माध्यम से इस्लामीकरण को फैलाने की माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम की कोशिश को रोकने की ओर यह एक कदम हो सकता है. इसके अलावा बॉलीवुड के करोड़ों रुपयों के कारोबार पर कथित रूप से दाऊद की पकड़ ढीली कर बॉलीवुड में दबदबा कायम करने की लॉरेंस बिश्नोई की कोशिश की ओर भी यह एक कदम हो सकता है.
जहां तक बाबा सिद्दीकी की हत्या का मामला है तो एक बात जगजाहिर है कि माफिया कोई भी हो बिना फायदे के कोई काम नहीं करता. कहीं न कही, किसी न किसी को बाबा सिद्दीकी की हत्या से भरपूर लाभ हो रहा होगा. इसलिए इस मामले को सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई से जोड़कर देखने की बजाय इस बात की भी जांच करनी चाहिए कि बाबा सिद्दीकी की सुपारी किसने दी होगी. इस पूरे कांड को अंजाम देने के लिए 9.9 एमएम विदेशी पिस्तौल, चार से पांच लोग, सभी के पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई का डर, वाय ग्रेड सुरक्षा वाले पूर्व मंत्री की सरेआम हत्या के दौरान मारे जाने का डर होने के बावजूद हत्या कांड को अंजाम दिया जाना. इसमे जो सबसे जरूरी चीज़ है वह है ढेर सारा रुपया.
लॉरेंस द्वारा सलमान को धमका कर स्वयं को बिश्नोई समाज का हितैषी, दाऊद को धमका कर देशभक्त और संदेश में जय श्री राम लिखकर स्वयं को कट्टर हिंदू साबित करने की कोशिश मात्र दिखावा ही है.
कोई भी अपराधी बिना रुपयों के कोई अपराध नहीं करता , इस सर्वज्ञ नियम को ध्यान में रखा जाए तो स्पष्ट होता है कि एस आर ए परियोजना या राजनीतिक दुश्मनी के अंतर्गत बाबा सिद्दीकी को रास्ते से हटाने के लिए किसी न किसी ने मोटी रकम खर्च की है.
अगर बात सिर्फ सलमान खान को डराने का रहा होता तो सलमान खान के परिवार के किसी सदस्य पर हमला किया गया होता लेकिन ऐसा हुआ नहीं है.
जिस शुबू लोनकर की पोस्ट से संदेश डाला गया है अगर यह वहीं शुभभ लोनकर है जिसे अवैध हथियार रखने के आरोप में महाराष्ट्र के अकोला से इसी साल गिरफ्तार किया गया था तो स्पष्ट है कि लॉरेंस महाराष्ट्र में अपने पैर पसारने की कोशिश कर रहा है.
मुंबई पुलिस के लिए भी लॉरेंस बिश्नोई एक बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है. लॉरेंस के शूटर मुंबई के बाहर से आ रहे हैं इसलिए उन पर कड़ी नजर रखना एक बड़ी चुनौती है. ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के बाद अमूमन माफिया धमकी देकर बॉलीवुड की हस्तियों से रुपयों की वसूली करते हैं. लॉरेंस बिश्नोई का साम्राज्य कनाडा तक फैला होने के कारण इस वसूली के धंधे पर भी नजर रख पाना मुंबई पुलिस के लिए सिरदर्द होगा. कुल मिलाकर लॉरेंस बिश्नोई नामक एक माफिया ने न सिर्फ दाऊद इब्राहिम, सलमान खान को चुनौती दी है अपितु मुंबई पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन कर प्रकट हुआ है. अगर समय रहते उत्तर प्रदेश सरकार स्टाइल में इस कोढ की बीमारी से नहीं निपटा गया तो जल्द ही वह कैंसर की तरह मुंबई के वातावरण को दूषित कर देगा.
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का आरोपी नाबालिग नहीं है
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के दोनों आरोपियों को कोर्ट ने 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है.
गौरतलब है कि रविवार दोपहर जब दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया तो बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट को बताया कि एक आरोपी धर्मराज कश्यप नाबालिग है. इसे ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने गुरमेल सिंह को 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में रखने का निर्देश दिया और धर्मराज की उम्र की जांच के आदेश दिए. इस आदेश के मुताबिक जब धर्मराज की उम्र की जांच की गई तो वह बालिग पाया गया. अदालत ने यह भी निर्देश दिया कि उसे 21 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेजा जाए जब उसे फिर से अदालत में पेश किया गया
इस बीच खबर है कि हत्या की जिम्मेदारी लेने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले शुभम लोनकर के भाई प्रवीण लोनकर को क्राइम ब्रांच ने हत्या की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. कुर्ला में जीशान अख्तर नामक शख्स ने हमलावरों के रुकने की व्यवस्था की थी. जीशान जालंधर का रहने वाला है और वही पूरे हत्याकांड की साजिश का मास्टर माइंड माना जा रहा है. कुछ समय पहले ही वह जेल से छूटा था. पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है. यह बात सामने आई है कि सहायक पुलिस निरीक्षक राजेंद्र दाभाड़े, पुलिस उपनिरीक्षक सुदर्शन बनकर, पवार, कोयंडे, अव्हाड, वाकडे हवलदार ने अपनी जान जोखिम में डालकर इस हत्या के बाद भागने की कोशिश कर रहे आरोपियों को पकड़ लिया है.