मुंबई
स्वतंत्र वीर सावरकर संस्थान ने शुरू किया प्रसाद शुद्धिकरण मुहिम
नाशिक स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में गत शुक्रवार से प्रसाद शुद्धिकरण मुहिम की शुरुआत की गई. कई संत- महंत समेत स्वतंत्र वीर सावरकर संस्थान के रणजीत सावरकर ने भी मुहिम का समर्थन किया
नाशिक स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में गत शुक्रवार से प्रसाद शुद्धिकरण मुहिम की शुरुआत की गई. कई संत- महंत समेत स्वतंत्र वीर सावरकर संस्थान के रणजीत सावरकर ने भी मुहिम का समर्थन किया.
रणजीत सावरकर ने कहा कि प्रसाद बनाने की एक विधि होती है जिसमें ईश्वर के प्रति प्रसाद बनाने वाले के दिल मे प्रेम भाव का होना अनिवार्य है. मुस्लिम तो हमारे देवी देवताओं को राक्षस मानते हैं.. उनके हदीस के अनुसार राक्षस विचार आने पर वे प्रसाद में थूक देते हैं
इससे प्रसाद अपवित्र हो जाता है.. ऐसा प्रसाद चढ़ना पूरी तरह गलत है.इसी बात को ध्यान में रखते हुए प्रसाद शुद्धिकरण मुहिम की शुरुआत की गई है.
आइए उन्हीं से जानते है कि प्रसाद शुद्धिकरण मुहिम क्या है?